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Thursday, January 12, 2012

चलो उड चले...


चलो उड चले यूंही,
ख्वाबों के बादलों में कहीं.
आजमाले अपने बाजुओं को,
देखले इनमे भी दम है या नहीं.

छोड़ दे सारी फिकर अभी,
सामने है इक डगर नई.
दिल में रख मजबूत हौसला,
डर से नहीं दिमाग से कर फैसला.

माना अंजान है रास्तों से,
मगर डरते नहीं हम फांसलो से.
जिंदगी का हर एक मिशन,
जीत जा तू दिखा अपना टशन.

माना ठीक नहीं वक्त का तराजू,
फिर भी उमंग और है आरजू.
दिल पे रख भरोसा अपने,
इक दिन छाएगा तेरा भी जादू.

गिर गए है, फिर उठेंगे,
राख से अंगार बनके.
जीत जाएंगे मौत को भी,
प्यार का इक वार करके.